माइकल एंगलों के अनमोल विचार

Author   /  Reporter :     Team Hindustan

माइकल एंगलों इटली के मूर्तिकार, चित्रकार, आर्किटेक्ट और कवि थे।  इनका जन्म 6 मार्च, 1475 को रोम में हुआ था। वेस्टर्न आर्ट के विकास में इनकी अहम भूमिका रही है।
 
आइये जानते है माइकल एंगलो के कुछ अनमोल विचार
 

1. निरर्थक बिताए समय से ज्यादा दुखदायी कुछ नहीं हो सकता।

2. महान कार्य के लिए लम्बे समय तक धैर्य बनाए रखना जरुरी है।

3. बड़े लक्ष्य निर्धारित कर उन्हें नहीं हासिल कर पाना बुरा है, लेकिन इससे भी खरनाक है छोटे लक्ष्य हासिल कर संतुष्ट हो जाना।

4. मनुष्य अपने हाथो से नहीं बल्कि मस्तिष्क से रंग भरता है।

5. पत्थर के हर टुकड़े में एक खूबसूरत प्रतिमा छिपी है। इसकी खोज करना मूर्तिकार का काम है।

6. अपनी सोच के अलावा किसी चीज़ पर हमारा पूरा नियंत्रण नहीं होता।

7. यदि लोगों को पता लग जाए की अपनी कला  महारत हासिल करने के लिए मुझे कितनी मेहनत करनी पड़ी है तो उन्हें यह इतनी खूबसूरत नहीं लगेगी।

8. मैंने पत्थर में परी को देखा और तब तक तराशता रहा जब तक की वह पत्थर से बाहर नहीं निकल आई।

9. ईश्वर, मुझे ऐसी ताकत दो की मैं हासिल करने से ज्यादा की चाहत रख सकू।

10. इस खूबसूरत धरती से बेहतर स्वर्ग का रास्ता मेरे लिए नहीं हो सकता।

11. बिना तराशा हुआ पत्थर महान कलाकार की हर सोच को स्वरुप दे सकता है।

12. कई लोग मानते है और मैं खुद भी मानता हूँ की मुझे इस काम के लिए ईश्वर ने चुना है। उम्र ज्यादा होने के बावजूद मैं यह काम नहीं छोड़ना चाहता।  मुझे ईश्वर से प्यार है और मेरी सारी उम्मीदें उसी पर टिकी है।

13. छोटी-छोटी चीज़े मिलकर महान बनाती है, लेकिन महानता कभी छोटी नहीं हो सकती।

14. खुद पर भरोसा ही सबसे सर्वश्रेष्ठ और सबसे सुरक्षित रास्ता है।

15. जैसा दूसरों के साथ करेंगे, वही आपके साथ भी होगा।

16. यदि हम ज़िन्दगी मिलने से खुश हैं तो मृत्यु के लिए भी शिकायत नहीं करनी चाहिए क्योंकि दोनों देनेवाला तो एक ही है।

17. मैं एक गरीब आदमी हूँ।  साधारण हैसियत वाला।  ईश्वर ने मुझे एक कला दी है। उसी के सहारे अपनी ज़िन्दगी को लम्बा खीचने की कोशिश कर रहा हूँ।

18. शब्दों की बजाय मन को पढ़ने की कोशिश कीजिए, क्योंकि कलम दिल की भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकता।

19. मेरे मन में ऐसा कोई विचार नहीं आता जिसमें मौत कीछाया नहीं दिखती हो।

20. मेरे काम शुरू करने से पहले ही पत्थर के अंदर कलाकृति मौजूद होती है, मैं तो केवल बेकार की चीज़ें बाहर निकालता हूँ।