जी हाँ फसल की रक्षा करने वालो में इंसान और जानवरों के बारे में आपने सुना होगा मगर हम बात कर रहे है अजगर की
हाँ अजगर गाँव की फसल की रक्षा करने की बात हैरान करती है. जो भी हो लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएँगे जहाँ अजगर गाँव वालो के साथ न केवल रहते हैं बल्कि बिना नुकसान पहुंचाए उनके खेती और फसल की भी रक्षा करते है.
यह गाँव है छत्तीसगढ़ के जांजगीर- चम्पा जिले में
जांजगीर जिले के अंतर्गत भडेसर नाम का गाँव है, जहाँ फसल की रक्षा वहां रहने वाले अजगर करते हैं.
यहाँ के लोगो के अनुसार एक अजगर का जोड़ा गाँव के बरगद के पेड पर आकर रहने लगा और धीरे धीरे उनकी संख्या बढ़ने लगी आज इन अजगरों की संख्या दर्जन से ज्यादा हो गई है.
यह अजगर किसी इंसान को नुकसान नहीं पहुंचाते है. बल्कि खेतों में आने वाले जंगली जानवर कीट पतंगों को निगल जाते हैं जिसके कारण खेतों की तरफ जंगली जानवर नहीं आते. और फसलो की अच्छी पैदावार भी हो जाती है
आज तक किसी अजगर ने गाँव के किसी इंसान को ना तो परेशां किया है और ना ही नुकसान पहुँचाया है. इन अजगर से गाँव वालों की दोस्ती भी हो गई है इसलिए ये अजगर इन गाँव वालो के बीच एक पालतू जीव की तरह रहते है. फसल की रक्षा होने के कारण गाँव वाले भी अजगर को अपने बीच एक सदस्य की भांति समझते हैं और नहीं चाहते के ये अजगर उनका गाँव छोड़कर जाएँ.
अजगर से इंसान की ये दोस्ती देखकर लगता है जैसे अजगर गाँव वालों की रक्षा के लिए ही यहाँ रहते हैं.दिनों दिन इन अजगर की संख्या बढती जा रही है. इनकी संख्या बढ़ने से गाँव वालों को भी कोई परेशानी नहीं है.
गाँव वालो की आस्था और रिश्ता इन अजगर से इतना ज्यादा गहरा हो गया है कि अब ना तो गाँव वाले उन अजगरों को गाँव से निकालना चाहते हैं और न ही अजगर गाँव छोड़कर जाना चाहते है.