कई बार सुना होगा कि मेकडॉनल्ड जैसे होटल अपने परिसर के बाहर गरीबों को खड़ा तक नहीं रहने देते। आज के ज़माने में भले ही किसी के पास किसी के लिए वक़्त नहीं है, पर सूरत में कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो उन लोगों के बारे में सोचते हैं, जो खुद को किस्मत के हवाले कर के भूखे रहने को मजबूर हैं, गरीबों के लिए इन होटलों में जाना एक सपना है, लेकिन सूरत के उधना इलाके का एक होटल 'गोरस रेस्टोरेंट' गरीबों को हर बुधवार नि:शुल्क भोजन कराता है। भोजन के लिए यहां गरीबों की लंबी कतार भी लगती है।
पिनो मेघजानी और दो पार्टनर अंकज कुमार सिंह और दिशुलाल चौधरी द्वारा आठ महीने पहले ही यह रेस्टोरेंट शुरू किया है। पहले ही संचालकों ने यह निर्णय लिया था कि वह हफ्ते में एक दिन गरीबों को खाना खिलाएंगे क्योंकि दूसरों की सेवा करने का मौका किसी को मुश्किल से मिलता है।
400 लोग लेते हैं लाभ
उधना इलाके में गोरस थाली प्रख्यात है। जिसे खाने के लिए शहर के कोने कोने से लोग खाने आते हैं। इस गोरस थाली का खिलाने की परंपरा बुधवार से शुरू की गई। इसलिए हर बुधवार यहां गरीबों को खाना खिलाया जाता है। जब तक लोग खाने से पूरी तरह तृप्त नहीं हो जाते तक तक उन्हें खिलाया जाता है। हर बुधवार 400 से अधिक गरीबों को भोजन करवाया जाता है।
खाने के साथ कप़़डे भी दिये जाते हैं
गरीबों को मात्र भोजन ही नहीं दिया जाता, बल्कि रेस्टोरेंट में खाने आने वाले शहर के लोगों से दान में मिले कप़़डे भी दान दिए जाते हैं। रेस्टोरेंट संचालक ने एक अभियान भी चलाया है, जिसमें शहर के लोगों से पुराने कप़़डे एकत्रित कर गरीबों दिए जाते हैं।