बलात्कार का कारण

Author   /  Reporter :     Dr. Shashank Tiwari

आज का ये कटाक्ष उस छोटी मानसिकता वाले समाज और उस कानून पर प्रश्न चिन्ह है जो बलात्कार जैसे अन्याय का न्याय दिलाने में बरसों लगा देते है और सजा के नाम पर महज खानापूर्ति.....हमारे संविधान में बलात्कारी की सजा का प्रावधान बदलना चाहिए......बलात्कारी को सिर्फ और सिर्फ फांसी ही हो क्यों की ये गुनाह क़त्ल से भी ज्यादा संगीन है......क़त्ल में तो आदमी एक बार मरता है मगर इस गुनाह में भोगी रोज़ मरता है

बलात्कार का कारण छोटी ड्रेस या अकेले सफ़र करना नहीं है.......आज कल आए दिन खबर आती है कहीं 3 साल की तो कहीं 8 साल की मासूम और छोटी बच्ची को भी नहीं बक्शा जा रहा.....इन मासूमो ने अभी दुनिया देखी ही नहीं और उनके साथ कायनात के सब से बुद्धिमान प्रजाति का ऐसा व्यवहार.......ये इंसानियत का क़त्ल है और पुरुषो कि कुंठित और छोटी मानसकिता का नतीजा.....

इसलिए बलात्कारी को सिर्फ और सिर्फ फांसी हो वो भी फ़ास्टट्रैक कोर्ट के माध्यम से जिसमे अधिकतम एक माह का वक़्त लगे......साथ साथ उच्च अदालत में अपील करने की अनुमति भी न हो....हमें अब बदलाव की जरुरत है और फांसी से कम सजा अब मंजूर नहीं 

वन्दे मातरम्....जय हिन्द....जय अखण्ड भारत