आपको आश्चर्य होगा कि पेट की नाभि पर तेल की कुछ बूंदें लगाने से आपको कितना फायदा हो सकता है। हाँ, यहाँ तेल रगड़ने से जोड़ों के दर्द, घुटने का दर्द, सर्दी, जुकाम, नाक बहने और त्वचा संबंधी परेशानियों से निजात मिल सकती है।
१.फटे होंठ या जोड़ों का दर्द है? अपने पेट की नाभि पर सरसों के तेल की कुछ बूंदें लगाएँ। हाँ आपको अजीब लग रहा होगा लेकिन ये प्राचीन औषधि बहुत फायदेमंद है।
२.क्या आपको सर्दी, जुकाम है? तो रुई के फ़ोहे को एल्कोहल में डुबोए और पेट की नाभि पर लगाएँ। बस हो गया। ये सर्दी और जुकाम की अचूक दवा है।
३.क्या आपको मासिक धर्म के समय एंठन या दर्द हो रहा है? रुई के फ़ोहे को ब्रांडी में भिगोएँ और इसे पेट की नाभि पर रखें।
४.नीम के तेल की कुछ बूंदें पेट के बीच में डालकर और आस-पास मसाज करने से आपके कील-मुहाँसे ठीक हो सकते हैं।
५.कहा जाता है कि बादाम के तेल की कुछ बूंदें पेट की नाभि पर लगाने से चेहरे पर निखार आता है।
६.नारियल या जैतून के तेल की कुछ बूंदें नाभि पर लगाएँ और धीरे-धीरे मसाज करें। इससे प्रजनन क्षमता बढ़ती है।
७.क्या आपको स्वस्थ और मुलायम त्वचा चाहिए? तो आपको बस गाय का घी नाभि पर लगाना होगा।