ऐसे धर्मों के बारे में तो आप जानते ही होंगे जो ईश्वरीय ताकत और इंसानियत के प्रचार-प्रसार में विश्वास रखते हैं. अभी तक हम जिन-जिन धर्मों और संप्रदायों के बारे में सुनते आए हैं वह तो काफी हद तक शालीनता का पाठ पढ़ाते हैं लेकिन आज हम आपको जिस धर्म से रूबरू करवाने जा रहे हैं, वह आपको दुनिया से अलग कर सिर्फ सेक्स और शैतान की पूजा में सौंप देते हैं. आप अपने परिवार और अपने आप से इतनी दूर चले जाते हैं कि वापस आने का आपके पास कोई रास्ता तक नहीं रहता. इस अजीबोगरीब धर्म का नाम है साइंटोलॉजी.
क्या है साइंटोलॉजी
वर्ष 1954में एल. रॉन हबॉर्ड ने साइंटोलॉजी की खोज की थी. इसे तकनीक कह लीजिए, विज्ञान या फिर धर्म लेकिन साइंटोलॉजी का अनुसरण करने से व्यक्ति अपनी आए दिन की परेशानियों से मुक्ति पा लेता है. उसे ना तो नौकरी की फिक्र सताती है, ना बच्चों की और सफलता और असफलता के भेद से भी वह मुक्त हो जाता है. यहां तक कि वह इस फिक्र को भी पीछे छोड़ देते हैं कि उनके वास्तविक हालात कैसे हैं. साइंटोलॉजी का अनुसरण करने वाले लोगों का सिद्धांत इलेक्ट्रोसाइकोमीटर या ई-मीटर नामक एक विशिष्ट यंत्र से जुड़ा है, जो आत्मा, रूह, दिमाग और इंसानी भावनाओं तक को माप सकता है, उसका आंकलन कर सकता है.
उल्लेखनीय है कि साइंटोलॉजी में 30 साल तक के लोगों को शामिल किया जाता है और जिन बच्चों को साइंटोलॉजी की शिक्षा प्रदान करने के लिए भेजा जाता है उन्हें एक मिलिट्री बूटकैंप की तरह रहना पड़ता है. जहां ई-मीटर के जरिए उनके शरीर में बहुत ही हल्का बिजली का करंट दौड़ाया जाता है और फिर उनसे क्या आपको लगता है कि आप बड़े होकर पागल हो सकते हैं? क्या आपका कोई सीक्रेट है? क्या आपने कभी जासूसी की है? क्या आपको कोई पागल लगता है? क्या आपको अपने मां-बाप पर कभी शर्म आई, आदि जैसे अजीबोगरीब सवाल पूछे जाते हैं. इस धर्म के मानने वाले लोग ईश्वर में आस्था को दरकिनार करते हैं और व्यवहारिक तौर पर पूरी तरह स्वच्छंद होते हैं। वह किसी के भी साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए स्वतंत्र होते हैं।साइंटोलॉजी के पूर्व सदस्यों का कहना है कि इस संप्रदाय में शामिल होने वाले लोगों को सी ऑर्गनाइजेशन नामक एक संस्था में रखा जाता है, जहां उन्हें अपने परिवार, दोस्तों और करीबियों से दूर रखा जाता है और उन्हें उनसे संपर्क साधने की भी मनाही होती है. साइंटोलॉजी चर्च के अनुसार परिवार से दूर रहने के बाद लोग आत्मिक और शारीरिक तौर पर शुद्ध हो जाते हैं लेकिन इस संप्रदाय के बहुत से ऐसे पूर्व सदस्य हैं जो इसे मात्र अंधविश्वास मानते हैं.
साइंटोलॉजी धर्म के फेमस अनुयायी
1. फेमस हॉलिवुड स्टार टॉम क्रूज इस धर्म के बहुत बड़े अनुयायी हैं. यहां तक कि वह अपनी और केटी होम्स की 6 वर्षीय बेटी सूरी को भी साइंटोलॉजी चर्च में भेजना चाहते थे. अपनी बेटी को बचाने के लिए ही केटी होम्स ने अपने पति से तलाक लिया. लेकिन उनका कहना था कि बेटी को ना भेजने का निर्णय लेने के बाद और तलाक लेने से पहले की अवधि में जब वह अपने पति से अलग रहने चली गई थीं तो इस बीच साइंटोलॉजी चर्च से जुड़े लोग उन पर नजर रखते और उनका पीछा किया करते थे. वह हर समय केटी और सूरी के आसपास होते थे.
2. लोकप्रिय हॉलिवुड गायिका और अभिनेत्री जेनिफर लोपेज और उनके गायक पति साइंटोलॉजी के अनुयायी हैं और इस धर्म के अनुयायी यह मानते हैं कि अस्पताल का माहौल और डॉक्टरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले औजार बच्चे के भविष्य के लिए ठीक नहीं हैं. इसीलिए उन्होंने बिना किसी दवाई के सहारे प्राकृतिक प्रसव पीड़ा को महसूस किया था.
उल्लेखनीय है कि साइंटोलॉजी के अजीबोगरीब सिद्धांत के कारण यह तथाकथित धर्म हमेशा विवाद में रहा है। आजकल भारत में इस इस अजीब और शैतानी तरह की विचारधारा का जोर-शोर से प्राचार और प्रासार किया जा रहा है। भारत में भी कई हिन्दू इसके अनुयायी बन गए हैं। भारत में इसके प्रचारक हैं यतीन बजाज जो दिल्ली स्थित साइंटोलॉजी केन्द्र में संचार प्रमुख हैं।