बेटी देविका,
काहे तमतमाई हो, नाना पाटेकर की भक्त लगती हो मगर कोई बात नहीं बाबा बंटू के दरबार में आई हो, ठंडा तो करना पड़ेगा, बेटा बवंडरनाथ जरा ठंडा पानी लाना साथ में सल्लमसोटा भी मेरा........
गुस्सा काबू करने का उपाय-
जैसे ही गुस्सा आए आप तुरंत अपने पापा के पास जाये और उंगली दिखा के कहे की बापू हमसे ज्यादा बकैती ना किया करो.......उसके बाद जो चरचरा के बेल्ट, डंडे, झाड़ू जैसे शस्त्रों से गुस्से को शांत किया जायेगा ना की एक हफ्ते तक आयोडेक्स मलिए और काम पे चलिए होगा....ये प्रकिया 8 से 10 बार करा फिर या तौ गुस्सा रही या फिर देविका
तुम्हरे ग्रह बता रहे है की आज से 18 महीने बाद गुस्से की आदत अपने आपय उड़ जाई.....उसके पहले तो बस सल्लमसोटा से ही जा सकत है.......बाकि किताबी बातन का कहे कौनो मतलब नहीं काहेकी ढीठ होउ तुम.....
गुस्सा कोई भी हो सकता है गुस्सा होना सब से आसान चीज़ है, परन्तु गुस्सा होने के लिए सही व्यक्ति, सही मात्रा, सही उद्देश्य और सही तरीका निर्धारित करना आसान नहीं है......
अभैनो नहीं समझू तौ बाबा के दरबार में आवा.....बाबा की तस्वीर लगा हुआ तिलिस्मी लॉकेट पहनो.....बम बम भोले